Rajneeti Political Shayari in Hindi
राजनीति का काम समाज के लिए
विकास और उन्नति के लिए नीतियां बनाना है
लेकिन नेताओं ने राजनीति को
राज करने की नीति तक सीमित कर दिया है
इन नेताओं से कह दो
अगर सियासत करनी है तो इमानदारी से करो
जनता ने
जो जिम्मेवारी सौंपी है
उस तुम जिम्मेवारी से करो
नेता अपनी राजनीति में मशग़ूल है
ग़रीब के मुद्दे इनके लिए फ़िज़ूल है
अपनी कुर्सी बचाने के लिए
नेताओं को देश का सौदा कबूल है
खदर के लिए खाकी लाल हो जाती है
ख़बर सियासत की दलाल हो जाती है
ज़ुल्म ढाये जाते हैं आम जनता पर और
राजनीति बैठे-बिठाए मालामाल हो
जाती है
कभी भाई को भाई से अलग करती है
तो कभी बाप को बेटे से जुदा करती है
जितनी मर्ज़ी वफादारी निभा लो मगर
सियासत कहां किसी से वफ़ा करती है
राजनीति की सियासत के कई रंग देखे
रिश्तों पर हावी होते राजनीति के ढंग
देखे
राजनीति के खेल में कोई सगा नहीं
बाप बेटे एक दूसरे के काटते
पतंग देखे
राजनीति का रिश्तों में उतना ही दखल हो
जितना कि राजनीति रिश्तों में दरार
ना बनें
चूस रहे जो ग़रीबों के खून पसीने की कमाई
ऐसे दमनकारीयों की
कभी सरकार ना बने
राजनीति को विरासत समझ बैठे हैं
भ्रष्टाचार को सियासत समझ बैठे हैं
सत्ता के नशे में इतने चूर हैं ये नेता कि
देश को अपनी रियासत समझ
बैठे हैं
चुनाव प्रचार में ख़ूब वादे करते हैं
समाज सेवा की खातिर ज़ाहिर इरादे करते
हैं
बदल जाते हैं चुनाव के बाद
राजनेता राजनिति और चापलूसी प्यादे
करते हैं
जब से झूठे नेता आ गए हैं प्रभाव में
जनता परेशान है सुविधा के अभाव में
सियासत के जो बन बैठे हैं सरोकार
उन्हें मज़ा चखाना इस बार चुनाव में
पोलिटिकल स्टेटस जिसका ऊंचा होगा
सियासत का पहुंचा हुआ खिलाड़ी होगा
इस राजनीति में वही ईमानदार मिलेगा
जो राजनीति में अभी अनाड़ी होगा
राजनीति का लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना रह गया
झूठ को सच सच को झूठ दिखाना रह
गया
समाज सेवा के लिए सियासत में आना
आकर नेता भरता ख़ुद का ही
ख़ज़ाना रह गया
ये नेता अपना उल्लू सीधा करना जानते हैं
आम जनता को मात्र वोटों की गिनती
मानते हैं
इन्हें चाहिए राजनीति में खूद का ऊंचा स्टेटस
झूठी बातें
बोलकर भी ख़ूब सीना तानते