26 january 2022 india republic day shayari 2022
बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत आजाद हुआ।
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरों धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियो वतन के नाम।
अलग है भाषा,
धर्म जात और प्रांत,
पर हम सब का एक है,
गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।
तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती है वफ़ा-ए-जिंदगी,
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें,
अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून है हमें।
नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में खलिश है निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका न उसका,
ये सबका वतन है संभालो इसे।
चढ़ गये जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश के लिए,
हम उनको सलाम करते हैं।
तिरंगा लहरायेंगे,
भक्ति गीत गुनगुनाएंगे,
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे।
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।
भारत के गणतंत्र का,
सारे जग में मान है,
दशकों से खिल रही,
उसकी अदभुत शान हैं।
तैरना है समुद्र में तेरो,
नदी नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो वतन से करों,
इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।
कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में।
काँटों में भूल खिलाएं,
इस धरती को स्वर्ग बनायें,
आओ सबको गले लगायें
हम गणतंत्र का पर्व मनाएं।
नफरत करना है बुरी बात,
देश की उन्नति के लिए चाहिए सब का साथ,
न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सब का।
मै अपने देश का सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा बने अपना कफ़न , बस यही खबाब रखता हूँ।
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान है,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान हैं।
आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे,
जब भी जरुरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे,
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच न आने देंगे।
ना सरकार मेरी है,
ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है,
मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है।
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
खुशनसीबी हमारी जो मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला न सकेंगे इसकी खुशबु सातों जन्म में।
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिलो में थी जो वो ज्वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुची थी किनारे पे,
देशभक्ति के खून की वो धारा याद कर लें।
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है ये शान है हमारी।
मैं तो सोया था गहरी नींद में,
सरहद पर था जवान जगा रात सारी,
ये सोच कर नींद मेरी उड़ गयी,
जवान कर रहा रक्षा हमारी।
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल हैं यारों,
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है।
दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाये है कितने दीप भुझा कर,
मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को,
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर।
तीन रंग का है तिरंगा,
ये ही मेरी पहचान है,
शान देश की, आन देश की,
हम तो इसकी ही सन्तान हैं।
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियो गणतंत्र दिवस फिर आया है।
जमाने भर में मिलते है आशिक कई,
मगर वतन से खुबसूरत कोई सनम नही होता।
बता दो आज इन हवाओं को,
जला कर रखो इन चिरागों को,
लहू देकर जो ली आजादी,
टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है।
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे,
हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे,
देश के लिए एक-दो तारीख नही,
भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे।
आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा,
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा।
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम,
यह बलिदान तुम्हारा है,
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।
चलो फिर से खुद को जगाते है,
अनुसासन का डंडा फिर घुमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से,
ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है।
ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि,
हम सब हिन्दुस्तानी हैं।
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,
वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,
रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।
आओ झुक कर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है।
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे,
जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे,
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे।
गाँधी स्वप्ना जब सत्य बना,
देश तभी जब गणतंत्र बना,
आज फिर से याद करे वह मेहनत,
जो थी की वीरो ने और भारत गणतंत्र बना।
मेरे हर कतरे-कतरे में हिंदुस्तान लिख देना,
और जब मौत हो, तन पे तीरंगे का कफन देना,
यही ख्वाहिश खुदा हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देना,
अगर देना तो दिल में देशभक्ति का चलन देना।
इंडियन होने पर करीए गर्व,
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व,
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ,
हर घर पर तिरंगा लहराओ।
मेरे देश का मान हमेशा बनाये रखूँगा,
दिल तो क्या जान भी इस पर न्योछावर करूँगा,
अगर मिले मौका देश के काम आने का,
तो बिना कफ़न के ही देश के लिए सो जाऊंगा।
देश भक्तों की बलिदान से स्वतन्त्र हुए है हम,
कोई पूछे कौन हो, तो गर्व से कहेंगे,
भारतीय है हम।
संस्कार, संस्कृति और शान मिले,
ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले,
रहे हम सब ऐसे मिल-झुल कर,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले।
ना मरो सनम बेवफ़ा के लिए,
2 गज जमीन नही मिलेगी दफन के लिए,
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी कफ़न के लिए।
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायेंगे,
भारत के भारतवासी को, उसके सब अधिकार दिलायेंगे,
आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें।
वतन हमारा ऐसा ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसा ना तोड़ पाए कोई,
दिल हमारा एक है, एक है हमारी जान,
हिन्दुस्तान हमारा है और हम है इसकी शान।