Ishq Ho Gaya Shayari | इश्क़ हो गया उनसे लेकिन दर्द दे गया
इश्क हो गया है तो अपनाना भी सीखो
प्यार नहीं है तो बताना भी सीखो
मोहब्बत मे रहो तो प्यार करना सीखा देती है
इश्क हो गया तो हंसना सीखा देती है
तुम फरिश्ते थे आसमान में रहते जमी पर क्यो उतरे,
चांद ही रहते तारे बन कर तारो की तरह क्यो बरसे,
तुम रिश्ते में थे,रिश्ते बनाने की जरूरत क्या थी,
प्यार नहीं है तो ख्बाब दिखाने की जरूरत क्या थी
न होता जुबान से इजहार मुहब्बत का,
बस इशाराें से ही दिल की बात बताने दो
है गुजारिश नहीं संभलता ये इश्क हमसे
अब तो टूट कर बाहों में बिखर जाने दो ।
लोग सुन रहे हैं मेरी कहानियां गली - गली,
मशहूर है मेरी बदनामियाँ गली - गली,
बेशक़ बेदखल करके खुश हैं कुछ लोग ,
फिर भी फ़ैली है मेरी निशानियाँ गली- गली ।
मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ
हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं
छुपा के अपनी आँखों में रखोगे मुझे
दुनिया में किसी और को दिखाओगे नहीं
कुछ सवाल उलझे से है जवाब पाने की हसरत है
कतरा कतरा बिखर गए हैं अब सवरने की हसरत है
किसी को पाने की ख्वाहिश नहीं रही अब जिंदगी में
सिर्फ जो अपने है वो पराए न हो जाए इतनी सी कोशिश है
बंदिशे सारी तोड के घर से भाग आई हूं,
एक ख्वाब है जो हासिल करने निकल आई हूं,
इश्क़ का नशा करके तेरे संग निकल आई हूं,
तुम्हे पाने की जिद में घर छोड़ आई हूं।
दिल के तमाम एहसास लिख दूं क्या,
तेरे इश्क़ में कुछ खास लिख दू क्या,
अब तक तो दर्द ही लिखती आई हूँ,
तेरे संग अपना संसार लिख दूं क्या ..
वो सामने नज़र झुकाये बैठें थे
जाने क्या दिल मे छुपाये बैठे थे,
हमने भी उनके दिल का हाल पूछा
पता चला हम से दिल लगाये बैठे थे।