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Paropkar Quotes | परोपकार और भलाई पर अनमोल वचन

Paropkar Quotes | असहाय लोगों, रोगियों और विकलांगों की सेवा करो बिना कोई फल की कामना करते हुए |परोपकार पर स्लोगन ,कोट्स,परोपकार पर अनमोल वचन

परोपकार के लिए वृक्ष फल देते हैं,
नदीयाँ परोपकार के लिए ही बहती हैं
और गाय परोपकार के लिए दूध देती हैं
अर्थात् यह शरीर भी परोपकार के लिए ही है ।

सूर्य, चन्द्र, बादल, नदी, गाय
और सज्जन - ये हरेक युग में ब्रह्मा ने
परोपकार के लिए निर्माण किये हैं ।

परोपकार रहित मानव के जीवन को धिक्कार है ।
वे पशु धन्य है, मरने के बाद
जिनका चमड़ा भी उपयोग में आता है ।

इस जीवलोक में स्वयं के लिए कौन नहीं जीता ?
परंतु, जो परोपकार के लिए जीता है,
वही सच्चा जीना है ।

विष्णु भगवान ने परोपकार और मोक्षपद दोनों को तोलकर देखे,
तो उपकार का पल्लु ज्यादा झुका हुआ दिखा;
इसलिए परोपकारार्थ उन्हों ने दस अवतार लिये ।

जो करोडो ग्रंथों में कहा है,
वह मैं आधे श्लोक में कहता हूँ;
परोपकार पुण्यकारक है,
और दूसरे को पीडा देना पापकारक है ।

वृक्षों पर फल आने से वे झुकते हैं (नम्र बनते हैं);
पानी में भरे बादल आकाश में नीचे आते हैं;
अच्छे लोग समृद्धि से गर्विष्ठ नहीं बनते,
परोपकारियों का यह स्वभाव ही होता है ।

दिन में जिसे अनुराग है वैसे कमल को,
दिन सूर्य से पैदा हुई शोभा देता है ।
अर्थात् परोपकार करना तो सज्जनों का व्यसन-आदत है,
उन्हें गुण-दोष की परवा नहीं होती ।

नदियाँ अपना पानी खुद नहीं पीती,
वृक्ष अपने फल खुद नहीं खाते,
बादल खुद ने उगाया हुआ अनाज खुद नहीं खाते ।
सत्पुरुषों का जीवन परोपकार के लिए हि होता है ।

Paropakar Ke Lie Vriksh Fal Dete Hain,
Nadiyan Paropakar Ke Lie Hi Bahati Hain
Aur Gaya Paropakar Ke Lie Dudh Deti Hain
Arthaat Ha Yah Sharir Bhi Paropakar Ke Lie Hi Hai .

Surya, Chandra, Badal, Nadi, Gaya
Aur Sajjan - Ye Harek Yug Men Brahma Ne
Paropakar Ke Lie Nirman Kiye Hain .

Paropakar Rahit Manav Ke Jivan Ko Dhikkar Hai .
Ve Pashu Dhanya Hai, Marane Ke Bad
Jinaka Chamda Bhi Upayog Men Ata Hai .

Is Jivalok Men Swayn Ke Lie Kaun Nahin Jita ?
Parntu, Jo Paropakar Ke Lie Jita Hai,
Vahi Sachcha Jina Hai .

 

Vishnu Bhagawan Ne Paropakar Aur Mokshapad Donon Ko Tolakar Dekhe,
To Upakar Ka Pallu Jyada Jhuka Hua Dikha;
Isalie Paropakararth Unhon Ne Das Avatar Liye .

Jo Karodo Grnthon Men Kaha Hai,
Vah Main Adhe Shlok Men Kahata Hun;
Paropakar Punyakarak Hai,
Aur Dusare Ko Pida Dena Papakarak Hai .

Vrikshon Par Fal Ane Se Ve Jhukate Hain (Namr Banate Hain);
Pani Men Bhare Badal Akash Men Niche Ate Hain;
Achchhe Log Samriddhi Se Garvishth Nahin Banate,
Paropakariyon Ka Yah Swabhav Hi Hota Hai .

Din Men Jise Anurag Hai Vaise Kamal Ko,
Din Surya Se Paida Hui Shobha Deta Hai .
Arthaat Ha Paropakar Karana To Sajjanon Ka Vyasan-Adat Hai,
Unhen Gun-Dosh Ki Parawa Nahin Hoti .

Nadiyan Apana Pani Khud Nahin Piti,
Vriksh Apane Fal Khud Nahin Khate,
Badal Khud Ne Ugaya Hua Anaj Khud Nahin Khate .
Satpurushon Ka Jivan Paropakar Ke Lie Hi Hota Hai .

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