चाणक्य कोट्स इन हिंदी - Chanakya Quotes in Hindi
न कोई किसी का मित्र है और न ही शत्रु, कार्यवश ही लोग मित्र और शत्रु बनते हैं ।
chanakya quotes
मूर्ख शिष्य को पढ़ाने पर , दुष्ट स्त्री के साथ जीवन बिताने पर तथा दुःखियों-
रोगियों के बीच में रहने पर विद्वान व्यक्ति भी दुःखी हो ही जाता है ।
Chanakya
Quotes
दुष्ट पत्नी , शठ मित्र , उत्तर देने वाला सेवक तथा सांप वाले घर में रहना , ये
मृत्यु के कारण हैं इसमें सन्देह नहीं करनी चाहिए ।
chanakya quotes in hindi
जहां कोई सेठ, वेदपाठी विद्वान, राजा और वैद्य न हो, जहां कोई नदी न हो, इन पांच
स्थानों पर एक दिन भी नहीं रहना चाहिए ।
चाणक्य कोट्स इन हिंदी
किसी महत्वपूर्ण कार्य पर भेज़ते समय सेवक की पहचान होती है । दुःख के समय में
बन्धु-बान्धवों की, विपत्ति के समय मित्र की तथा धन नष्ट हो जाने पर पत्नी की
परीक्षा होती है ।
Chanakya Quotes
जिस देश में सम्मान न हो, जहाँ कोई आजीविका न मिले , जहाँ अपना कोई भाई-बन्धु न
रहता हो और जहाँ विद्या-अध्ययन सम्भव न हो, ऐसे स्थान पर नहीं रहना चाहिए ।
Chanakya Quotes
जिसके घर में न माता हो और न स्त्री प्रियवादिनी हो , उसे वन में चले जाना चाहिए
क्योंकि उसके लिए घर और वन दोनों समान ही हैं ।
Chanakya Quotes
विपत्ति के समय के लिए धन की रक्षा करनी चाहिए । धन से अधिक रक्षा पत्नी की करनी
चाहिए । किन्तु अपनी रक्षा का प्रसन सम्मुख आने पर धन और पत्नी का बलिदान भी करना
पड़े तो नहीं चूकना चाहिए ।
Chanakya Quotes
जिस स्थान पर आजीविका न मिले, लोगों में भय, और लज्जा, उदारता तथा दान देने की
प्रवृत्ति न हो, ऐसी पांच जगहों को भी मनुष्य को अपने निवास के लिए नहीं चुनना
चाहिए ।
Chanakya Quotes
जब कोई बीमार होने पर, असमय शत्रु से घिर जाने पर, राजकार्य में सहायक रूप में
तथा मृत्यु पर श्मशान भूमि में ले जाने वाला व्यक्ति सच्चा मित्र और बन्धु है ।
Chanakya Quotes
भोज्य पदाथ, भोजन-शक्ति, रतिशक्ति, सुन्दर स्त्री, वैभव तथा दान-शक्ति, ये सब सुख
किसी अल्प तपस्या का फल नहीं होते ।
Chanakya Quotes
जिसका पुत्र वशीभूत हो, पत्नी वेदों के मार्ग पर चलने वाली हो और जो वैभव से
सन्तुष्ट हो, उसके लिए यहीं स्वर्ग है ।
Chanakya Quotes
पुत्र वही है, जो पिता का भक्त है । पिता वही है,जो पोषक है, मित्र वही है, जो
विश्वासपात्र हो । पत्नी वही है, जो हृदय को आनन्दित करे ।
Chanakya Quotes
मूर्खता कष्ट है, यौवन भी कष्ट है, किन्तु दूसरों के घर में रहना कष्टों का भी
कष्ट है ।
Chanakya Quotes
बच्चे को न पढ़ानेवाली माता शत्रु तथा पिता वैरी के समान होते हैं । बिना पढ़ा
व्यक्ति पढ़े लोगों के बीच में कौए के समान शोभा नहीं पता ।
Chanakya Quotes
पीठ पीछे काम बिगाड़नेवाले था सामने प्रिय बोलने वाले ऐसे मित्र को मुंह पर दूध
रखे हुए विष के घड़े के समान त्याग देना चाहिए ।
Chanakya Quotes
कुमित्र पर विश्वास नहीं करना चाहिए और मित्र पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए ।
कभी कुपित होने पर मित्र भी आपकी गुप्त बातें सबको बता सकता हैं ।
Chanakya
Quotes
मन में सोचे हुए कार्य को मुंह से बाहर नहीं निकालना चाहिए । मन्त्र के समान
गुप्त रखकर उसकी रक्षा करनी चाहिए । गुप्त रखकर ही उस काम को करना भी चाहिए ।
Chanakya Quotes
न प्रत्येक पर्वत पर मणि-माणिक्य ही प्राप्त होते हैं न प्रत्येक हाथी के मस्तक
से मुक्ता-मणि प्राप्त होती है । संसार में मनुष्यों की कमी न होने पर भी साधु
पुरुष नहीं मिलते । इसी प्रकार सभी वनों में चन्दन के वृक्ष उपलब्ध नही होते ।
Chanakya Quotes
अधिक लाड़ से अनेक दोष तथा अधिक ताड़न से गुण आते हैं । इसलिए पुत्र और शिष्य को
लालन की नहीं ताड़न की आवश्यकता होती है ।
Chanakya Quotes
विद्या ही ब्राह्मणों का बल है । राजा का बल सेना है । वैश्यों का बल धन है तथा
सेवा करना शूद्रों का बल है ।
Chanakya Quotes
दुराचारी, दुष्ट स्वभाववाला, बिना किसी कारण दूसरों को हानि पहुँचानेवाला तथा
दुष्ट व्यक्ति से मित्रता रखने वाला श्रेष्ठ पुरुष भी शीघ्र ही नष्ट हो जाते है
क्यूोंकि संगति का प्रभाव बिना पड़े नहीं रहता है ।
Chanakya Quotes
समान स्तरवालों से ही मित्रता शोभा देती है । सेवा राजा की शोभा देती है ।
वैश्यों को व्यपार करना ही सोभा देता है । शुभ स्त्री घर की शोभा है
Chanakya
Quotes
जो निश्चित को छोड़कर अनिश्चित का सहारा लेता है, उसका निश्चित भी नष्ट हो जाता है
।अनिश्चित तो स्वयं नष्ट होता ही है ।
Chanakya Quotes
बुद्धिमान मनुष्य को चाहिए कि वह रूपवती न होने पर भी कुलीन कन्या से विवाह कर
ले, किन्तु नीच कुल की कन्या यदि रूपवती तथा सुशील भी हो, तो उससे विवाह न करे ।
क्योँकि विवाह समान कुल में ही करनी चाहिए ।
Chanakya Quotes
किसके कुल में दोष नहीं होता ? रोग किसे दुःखी नहीं करते ? दुःख किसी नहीं मिलता
और निरंतर सुखी कौन रहता है अर्थात कुछ न कुछ कमी तो सब जगह है और यह एक कड़वी
सच्चाई है ।
Chanakya Quotes
आचरण से व्यक्ति के कुल का परिचय मिलता है । बोली से देश का पता लगता है ।
आदर-सत्कार से प्रेम का तथा शरीर को देखकर व्यक्ति के भोजन का पता चलता है ।
Chanakya Quotes
कन्या का विवाह किसी अच्छे घर में करनी चाहिए, पुत्र को पढ़ाई-लिखाई में लगा देना
चाहिए, मित्र को अच्छे कार्यो में तथा शत्रु को बुराइयों में लगा देना चाहिए ।
यही व्यवहारिकता है और समय की मांग भी
Chanakya Quotes
दुष्ट और साँप, इन दोनों में साँप अच्छा है, न कि दुष्ट । साँप तो एक ही बार डसता
है, किन्तु दुष्ट तो पग-पग पर डसता रहता है ।
Chanakya Quotes
कुलीन लोग आरम्भ से अन्त तक साथ नहीं छोड़ते । वे वास्तव में संगति का धर्म निभाते
हैं । इसलिए राजा लोग कुलीन का संग्रह करते हैं ताकि समय-समय पर सत्परामर्श मिल
सके ।
Chanakya Quotes
जिस सागर को हम इतना गम्भीर समझते हैं, प्रलय आने पर वह भी अपनी मर्यादा भूल जाता
है और किनारों को तोड़कर जल-थल एक कर देता है ; परन्तु साधु अथवा श्रेठ व्यक्ति
संकटों का पहाड़ टूटने पर भी श्रेठ मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं करता । अतः साधु
पुरुष सागर से भी महान होता है ।
Chanakya Quotes
मूर्ख व्यक्ति को दो पैरोंवाला पशु समझकर त्याग देना चाहिए, क्योंकि वह अपने
शब्दों से शूल के समान उसी तरह भेदता रहता है, जैसे अदृश्य कांटा चुभ जाता है|
Chanakya Quotes
रूप और यौवन से सम्पन्न, उच्च कुल में उत्पन्न होकर भी विद्याहीन मनुष्य
सुगन्धहीन फूल के समान होते हैं और शोभा नहीं देते |
Chanakya Quotes
कोयलों का रूप उनका स्वर है । पतिव्रता होना ही स्त्रियों की सुन्दरता है। कुरूप
लोगों का ज्ञान ही उनका रूप है तथा तपस्वियों का क्षमा- भाव ही उनका रूप है ।
Chanakya Quotes
व्यक्ति को चाहिए की कुल के लिए एक व्यक्ति को त्याग दे । ग्राम के लिए कुल को
त्याग देना चाहिए । राज्य की रक्षा के लिए ग्राम को तथा आत्मरक्षा के लिए संसार
को भी त्याग देना चाहिए ।
Chanakya Quotes
उद्यम से दरिद्रता तथा जप से पाप दूर होता है । मौन रहने से कलह और जागते रहने से
भय नहीं होता ।
Chanakya Quotes
अधिक सुन्दरता के कारण ही सीता का हरण हुआ था, अति घमंडी हो जाने पर रावण मारा
गया तथा अत्यन्त दानी होने से राजा बलि को छला गया । इसलिए अति सभी जगह वर्जित है
।
Chanakya Quotes
सामर्थ्यवान व्यक्ति को कोई वस्तु भारी नहीं होती । व्यपारियों के लिए कोई जगह
दूर नहीं होती । विद्वान के लिए कहीं विदेश नहीं होता । मधुर बोलने वाले का कोई
पराया नहीं होता ।
Chanakya Quotes
जिस प्रकार वन में सुन्दर खिले हुए फूलोंवाला एक ही वृक्ष अपनी सुगन्ध से सारे वन
को सुगन्धित कर देते है उसी प्रकार एक ही सुपुत्र सारे कुल का नाम ऊंचा कर देता
है |
Chanakya Quotes
जिस प्रकार एक ही सूखे वृक्ष में आग लगने पर सारा वन जल जाता है इसी प्रकार एक ही
कुपुत्र सारे कुल को बदनाम कर देता है |
Chanakya Quotes
जिस प्रकार अकेला चन्द्रमा रात की शोभा बढ़ा देता है, ठीक उसी प्रकार एक ही
विद्वान
सज्जन पुत्र कुल को आह्लादित करता है ।
Chanakya Quotes
शौक और सन्ताप उत्पन करने वाले अनेक पुत्रों के पैदा होने से क्या लाभ कुल को
सहारा देनेवाले एक ही पुत्र श्रेठ है, जिसके सहारे सारा कुल विश्राम करता है ।
Chanakya Quotes
पुत्र का पांच वर्ष तक लालन करे । दस वर्ष तक ताड़न करे । सोलहवां वर्ष लग जाने पर
उसके साथ मित्र के समान व्यवहार करना चाहिए ।
Chanakya Quotes
उपद्रव या लड़ाई हो जाने पर, भयंकर आकाल पड़ जाने पर और दुष्टों का साथ मिलने पर
भागजाने वाला व्यक्ति ही जीता है ।
Chanakya Quotes
जिस मनुष्य को धर्म, काम-भोग, मोक्ष में से एक भी वस्तु नहीं मिल पाती, उसका जन्म
केवल मरने के लिए ही होता है
Chanakya Quotes
जहां मूर्खों का सम्मान नहीं होता, अन्न का भण्डार भरा रहता है और पति-पत्नी में
कलह नहीं हो, वहां लक्ष्मी स्वयं आती है ।
Chanakya Quotes
आयु, कर्म, वित्त, विद्या, निधन ये पांचों चीजें प्राणी के भाग्य में तभी लिख दी
जाती हैं, जब वह गर्भ में ही होते है ।
Chanakya Quotes
संसार के अधिकतर पुत्र,मित्र और भाई साधु-महात्माओं, विद्वानों आदि की संगति से
दूर रहते हैं । जो लोग सत्संगति करते हैं, वे अपने कुल को पवित्र कर देते हैं ।
Chanakya Quotes
जैसे मछली, मादा, कछुवा और चिड़ियां अपने बच्चों का पालन क्रमशः देखकर, ध्यान देकर
तथा स्पर्श से करती हैं, उसी प्रकार सत्यसंगति भी हर स्थिति में मनुष्यों का पालन
करती है ।
Chanakya Quotes
जब तक शरीर स्वस्थ है, तभी तक मृत्यु भी दूर रहती है । अतः तभी आत्मा का कल्याण
कर लेना चाहिए । प्राणों का अन्त हो जाने पर क्या करेगा? केवल पश्चात्ताप ही शेष
रहेगा ।
Chanakya Quotes
विद्या कामधेनु के समान गुणोंवाली है, बुरे समय में भी फल देनेवाली है, प्रवास
काल में माँ के समान है तथा गुप्त धन है ।
Chanakya Quotes
जिस प्रकार एक चाँद ही रात्रि के अन्धकार को दूर करता है, असंख्य तारे मिलकर भी
रात्रि के गहन अन्धकार को दूर नहीं कर सकते, उसी प्रकार एक गुणी पुत्र ही अपने
कुल का नाम रोशन करता है, उसे ऊंचा उठता है । सैकड़ों निकम्मे पुत्र मिलकर भी कुल
की प्रतिष्ठा को ऊंचा नहीं उठा सकते ।
Chanakya Quotes
मुर्ख पुत्र के चिरायु होने से मर जाना अच्छा है, क्योंकि ऐसे पुत्र के मरने पर
एक ही बार दुःख होता है, जिन्दा रहने पर वह जीवन भर जलता रहता है ।
Chanakya
Quotes
दुष्टों के गावं में रहना, कुलहीन की सेब, कुभोजन, कर्कशा पत्नी, मुर्ख पुत्र तथा
विधवा पुत्री ये सब व्यक्ति को बिना आग के जला डालते हैं ।
Chanakya Quotes
उस गाय से क्या करना, जो न दूध देती है और न गाभिन होती है । इसी तरह उस पुत्र के
जन्म लेने से क्या लाभ, जो न विद्वान हो और न ईश्वर का भक्त हो ।
Chanakya
Quotes
सांसारिक ताप से जलते हुए लोगों को तीन ही चीजें आराम दे सकती हैं
सन्तान,
पत्नी तथा सज्जनों की संगति |
Chanakya Quotes
तप अकेले में करना उचित होता है, पढ़ने में दो, गाने मे तीन, जाते समय चार, खेत
में पांच व्यक्ति तथा युद्ध में अनेक व्यक्ति होना चाहिए ।
Chanakya Quotes
वही पत्नी है, जो पवित्र और कुशल हो । वही पत्नी है, जो पतिव्रता हो । वही पत्नी
है, जिसे पति से प्रीति हो । वही पत्नी है, जो पति से सत्य बोले ।
Chanakya
Quotes
पुत्रहीन के लिए घर सुना हो जाता है, जिसके भाई न हों उसके लिए दिशाएं सूनी हो
जाती हैं, मूर्ख का हृदय सूना होता है, किन्तु निर्धन के लिए सब कुछ सूना हो जाता
है ।
Chanakya Quotes
जिस प्रकार बढ़िया-से बढ़िया भोजन बदहजमी में लाभ करने के स्थान में हानि पहुँचता
है और विष का काम करता है, उसी प्रकार निरन्तर अभ्यास न रखने से शास्त्रज्ञान भी
मनुष्य के लिए घातक विष के समान हो जाता है ।
Chanakya Quotes
धर्म में यदि दया न हो तो उसे त्याग देना चाहिए । विद्याहीन गुरु को, क्रोधी
पत्नी को तथा स्नेहहीन बान्धवों को भी त्याग देना चाहिए ।
Chanakya Quotes
कैसा समय है ? कौन मित्र है ? कैसा स्थान है ? आय-व्यय क्या है ? में किसकी और
मेरी क्या शक्ति है ? इसे बार-बार सोचना चाहिए ।
Chanakya Quotes
जन्म देनेवाला, उपनयन संस्कार करनेवाला, विद्या देनेवाला, अन्नदाता तथा भय से
रक्षा करनेवाला, ये पांच प्रकार के पिता होते हैं ।
Chanakya Quotes
राजा की पत्नी, गुरु की पत्नी, मित्र की पत्नी, पत्नी की माँ, तथा अपनी माँ, ये
पांच प्रकार का माता होती है
Chanakya Quotes
ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य, इन तीनो वर्णों का गुरु अग्नि है । ब्राह्मण अपने
अतिरिक्त सभी वर्णों का गुरु है । स्त्रियों का गुरु पति है । घर में आये हुए
अथिति सभी का गुरु होता है ।
Chanakya Quotes
घिसने, काटने, तापने और पीटने, इन चार प्रकारों से जैसे सोने का परीक्षण होता है,
इसी प्रकार त्याग, शील, गुण, एवं कर्मों से पुरुष की परीक्षा होती है ।
Chanakya Quotes
आपत्तियों और संकटों से तभी तक डरना चाहिए जब तक वे दूर हैं, परन्तु वह संकट सिर
पर आ जय तो उस पर शंकारहित होकर प्रहार करना चाहिए उन्हें दूर करने का उपय करना
चाहिए ।
Chanakya Quotes
एक ही उदार से, एक ही नक्षत्र में जन्म लेने पर भी दो लोगों का स्वभाव एक समान
नहीं होता । उदाहरण के लिए बेर और काँटों को देखा जा सकता है ।
Chanakya Quotes
विरक्त व्यक्ति किसी विषय का अधिकारी नहीं होता, जो व्यक्ति कामी नहीं होता, उसे
बनाव
शृंगार की आवश्यकता नहीं होती । विद्वान व्यक्ति प्रिय नहीं बोलता तथा
स्पष्ट बोलनेवाला ठग नहीं होता ।
Chanakya Quotes
आलस्य से विद्या नष्ट हो जाती है । दूसरे के हाथ में धन जाने से धन नष्ट हो जाता
है । कम बीज से खेत तथा बिना सेनापति वाली सेना नष्ट हो जाती है ।
Chanakya
Quotes
अभ्यास से विद्या का, शील-स्वभाव से कुल का, गुणों से श्रेष्टता का तथा आँखों से
क्रोध का पता लग जाता है ।
Chanakya Quotes
धन से धर्म की, योग से विद्या की, मृदुता से राजा की तथा अच्छी स्त्री से घर की
रक्षा होती है ।
Chanakya Quotes
दान दरिद्रता को नष्ट कर देता है । शील स्वभाव से दुःखों का नाश होता है । बुद्धि
अज्ञान को नष्ट कर देती है तथा भावना से भय का नाश हो जाता है ।
Chanakya
Quotes
काम के समान व्याधि नहीं है, मोह-अज्ञान के समान कोई शत्रु नहीं है, क्रोध के
समान कोई आग नहीं है तथा ज्ञान के समान कोई सुख नहीं है ।
Chanakya Quotes
व्यक्ति संसार में अकेला ही जन्म लेता है, अकेला ही मृत्यु को प्राप्त करता है,
अकेला ही शुभ-अशुभ कामों का भोग करता है, अकेला ही नरक में पड़ता है तथा अकेला ही
परमगति को भी प्राप्त करता है ।
Chanakya Quotes
ब्रह्मज्ञानी को स्वर्ग, वीर को अपना जीवन, संयमी को अपना स्त्री तथा निस्पृह को
सारा संसार तिनके के समान लगता है ।
Chanakya Quotes
घर से बाहर विदेश में रहने पर विधा मित्र होती है , घर में पत्नी मित्र होती है ,
रोगी के लिए दवा मित्र होती है तथा मृत्यु के बाद व्यक्ति का धर्म ही उसका मित्र
होता है |
Chanakya Quotes
समुद्र में वर्षा व्यर्थ है । तृप्त को भोजन करना व्यर्थ है । धनी को दान देना
व्यर्थ है और दिन में दीपक व्यर्थ है ।
Chanakya Quotes
बादल के समान कोई जल नहीं होता । अपने बल के समान कोई बल नहीं होता । आँखों के
समान कोई ज्योति नहीं होती और अन्न के समान कोई प्रिय वस्तु नहीं होती ।
Chanakya Quotes
निर्धन व्यक्ति धन की कामना करते हैं और चौपाये अर्थात पशु बोलने की शक्ति चाहते
हैं । मनुष्य स्वर्ग की इच्छा करता है और स्वर्ग में रहने वाले देवता
मोक्ष-प्राप्ति की इच्छा करते हैं और इस प्रकार जो प्राप्त है सभी उससे आगे की
कामना करते हैं ।
Chanakya Quotes
सत्य ही पृथ्वी को धारण करता है । सत्य से ही सूर्य तपता है । सत्य से ही वायु
बहती है । सब कुछ सत्य में ही प्रतिष्ठित है ।
Chanakya Quotes
लक्ष्मी चंचल है, प्राण, जीवन, शरीर सब कुछ चंचल और नाशवान है । संसार में केवल
धर्म ही निश्चल है ।
Chanakya Quotes
सुनकर ही मनुष्य को अपने धर्म का ज्ञान होता है, सुनकर ही वह दुर्बुद्धि का त्याग
करता है । सुनकर ही उसे ज्ञान प्राप्त होता है और सुनकर ही मोक्ष मिलता है ।
Chanakya Quotes
जिस व्यक्ति के पास पैसा है लोग स्वतः ही उसके मित्र बन जाते हैं । बन्धु- बान्धव
भी उसे आ घेरते हैं । जो धनवान है उसी को आज के युग में विद्वान् और सम्मानित
व्यक्ति मन जाता है
Chanakya Quotes
मनुष्य जैसा भाग्य लेकर आता है उसकी बुद्धि भी उसी समान बन जाती है, कार्य
व्यपार भी उसी अनुरूप मिलता है । उसके सहयोगी, संगी
साथी भी उसके भाग्य के
अनुरूप ही होते हैं । सारा क्रियाकलाप भाग्यनुसार ही संचालित होता है ।
Chanakya Quotes
काल प्राणियों को निगल जाता है । काल सृष्टि का विनाश कर देता है । यह प्राणियों
के सो जाने पर भी उनमें विद्यमान रहता है । इसका कोई भी अतिक्रमण नहीं कर सकता ।
Chanakya Quotes
जन्मान्ध कुछ नहीं देख सकता । ऐसे ही कामान्ध और नशे में पागल बना व्यक्ति भी कुछ
नहीं देखता । स्वार्थी व्यक्ति भी किसी में कोई दोष नहीं देखता ।
Chanakya
Quotes
प्राणी स्वयं कर्म करता है और स्वयं उसका फल भोगता है । स्वयं संसार में भटकता है
और स्वयं इससे मुक्त हो जाता है ।
Chanakya Quotes
राष्ट द्वारा किये गए पाप को राजा भोगता है । राजा के पाप को उसका पुरोहित, पत्नी
के पाप को पति तथा शिष्य के पाप को गुरु भोगता है ।
Chanakya Quotes
ऋण करनेवाला पिता शत्रु के समान होता है| व्यभिचारिणी मां भी शत्रु के समान होती
है । रूपवती पत्नी शत्रु के समान होती है तथा मुर्ख पुत्र भी शत्रु के समान होता
है ।
Chanakya Quotes
लालची को धन देकर, अहंकारी को हाथ जोड़कर, मुर्ख को उपदेश देकर तथा पण्डित को
यथार्थ बात बताकर वश में करना चाहिए ।
Chanakya Quotes
दुष्ट राजा के राज्य में प्रजा सुखी कैसे रह सकती है ! दुष्ट मित्र से आन्दन कैसे
मिल सकता है ! दुष्ट पत्नी से घर में सुख कैसे हो सकता है ! तथा दुष्ट
मूर्ख
शिष्य को पढ़ाने से यश कैसे मिल सकता है !
Chanakya Quotes
सिंह से एक, बगुले से एक, मुर्गे से चार, कौए से पांच, कुत्ते से छः तथा गधे से
सात बातें सिखने चाहिए ।
Chanakya Quotes
छोटा हो या बड़ा, जो भी काम करना चाहें, उसे अपनी पूरी शक्ति लगाकर करें? यह गुण
हमें शेर से सीखना चाहिए
Chanakya Quotes
बगुले के समान इंद्रियों को वश में करके देश, काल एवं बल को जानकर विद्वान अपना
कार्य सफल करें ।
Chanakya Quotes
धन और अनाज के लेन
देन, विद्या प्राप्त करते समय, भोजन तथा आपसी व्यवहार में
लज़्ज़ा न करनेवाला सुखी रहता है ।
Chanakya Quotes
विद्वान व्यक्ति को चाहिए की वे गधे से तीन गुण सीखें| जिस प्रकार अत्यधिक थका
होने पर भी वह बोझ ढोता रहता है, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी आलस्य न
करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति और सिद्धि के लिए सदैव प्रयत्न करते रहना चाहिए ।
कार्य सिद्धि में ऋतुओं के सर्द और गर्म होने का भी चिंता नहीं करना चाहिए और जिस
प्रकार गधा संतुष्ट होकर जहां
तहां चर लेता है, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति
को भी सदा सन्तोष रखकर कर्म में प्रवृत रहना चाहिए ।
Chanakya Quotes
समय पर जागना, लड़ना, भाईयों को भगा देना और उनका हिस्सा स्वंय झपटकर खा जाना, ये
चार बातें मुर्गे से सीखें ।
Chanakya Quotes
छिपकर मैथुन करना, समय
समय पर संग्रह करना, सावधान रहना, किसी पर विश्वास न
करना और आवाज देकर औरों को भी इकठ्ठा कर लेना, ये पांच गुण कौए से सीखें ।
Chanakya Quotes
अधिक भूखा होने पर भी थोड़े में ही सन्तोष कर लेना, गहरी नींद में होने पर भी
सतर्क रहना, स्वामिभक्त होना और वीरता
कुत्ते से ये छः गुण सीखने चाहिए ।
Chanakya Quotes
धन का नाश हो जाने पर, मन में दुखः होने पर, पत्नी के चाल
चलन का पता लगने पर,
नीच व्यक्ति से कुछ घटिया बातें सुन लेने पर तथा स्वयं कहीं से अपमानित होने पर
अपने मन की बातों को किसी को नहीं बताना चाहिए । यही समझदारी है ।
Chanakya
Quotes
सन्तोष के अमृत से तृप्त व्यक्तियों को जो सुख और शान्ति मिलता है, वह सुख-
शान्ति धन के पीछे इधर-उधर भागनेवालों को नहीं मिलती ।
Chanakya Quotes
व्यक्ति को अपनी ही पत्नी से संतोष कर लेना चाहिए चाहे वह रूपवती हो अथवा साधारण,
वह सुशिक्षित हो अथवा निरक्षर
उसकी पत्नी है यही बड़ी बात है ।
Chanakya
Quotes
आग, गुरु, ब्राह्मण, गाय, कुंआरी कन्या, बूढ़े लोग तथा बच्चों को पावं से नहीं
छूना चाहिए । ऐसा करना असभ्यता है क्योंकि ये सभी आदरणीय , पूज्य और प्रिय होते
हैं ।
Chanakya Quotes
बैलगाड़ी से पांच हाथ घोड़े से दस हाथ और हाथी से सौ हाथ दूर रहना चाहिए किन्तु
दुष्ट व्यक्ति से बचने के लिए थोड़ा
बहुत अन्तर पर्याप्त नहीं । उससे बचने के
लिए तो आवश्यकता पड़ने पर देश भी छोड़ा जा सकता है ।
Chanakya Quotes
हाथी को अंकुश से, घोड़े को हाथ से, सींगोंवाले पशुओं को हाथ या लकड़ी से तथा दुष्ट
को खड्ग हाथ में लेकर पीटा जाता है ।
Chanakya Quotes
अधिक सीधा नहीं होना चाहिए । जंगल में जाकर देखने से पता लगता है कि सीधे वृक्ष
काट लिया जाते हैं, जबकि टेढ़ा-मेढ़ा पेड़ छोड़ दिए जाते हैं ।
Chanakya Quotes
तलाब के जल को स्वच्छ रखने के लिए उसका बहते रहना आवश्यक है । इसी प्रकार अर्जित
धन का त्याग करते रहना ही उसकी रक्षा है ।
Chanakya Quotes
दान देने में रूचि, मधुर वाणी, देवताओं की पूजा तथा ब्राह्मणों को संतुष्ट रखना,
इन चार लक्षणोंवाला व्यक्ति इस लोक में कोई स्वर्ग की आत्मा होता है ।
Chanakya
Quotes
अत्यन्त क्रोध, कटु वाणी, दरिद्रता, स्वजनों से वैर, नीच लोगों का साथ, कुलहीन की
सेवा
नरक की आत्माओं के यही लक्षण होते हैं ।
Chanakya Quotes
जिस प्रकार कुत्ते की पुंछ से न तो उसके गुप्त अंग छिपते हैं और न वह मच्छरों के
काटने से रोक सकती है, इसी प्रकार विद्या से रहित जीवन भी व्यर्थ है । क्योंकि
विद्याविहीन मनुष्य मूर्ख होने के कारण न अपनी रक्षा कर सकते है न अपना भरण- पोषण
।
Chanakya Quotes
मन, वाणी को पवित्र रखना, इंद्रियों को निग्रह, सभी प्राणियों पर दया करना और
दूसरों का उपकार करना सबसे बड़ी शुद्धता है ।
Chanakya Quotes
अधम धन की इच्छा करतें हैं, मध्यम धन और मान चाहते हैं, किन्तु उत्तम केवल मान
चाहते हैं महापुरुषों का धन मान ही है ।
Chanakya Quotes
भोजन न पचने पर जल औषधि के समान होता है । भोजन करते समय जल अमृत है तथा भोजन के
बाद विष का काम करता है ।
Chanakya Quotes
काष्ट, पाषण या धातु की मूर्तियाें की भी भावना और श्रद्धा से उपासना करने पर
भगवान की कृपा से सिद्धि मिल जाती है ।
Chanakya Quotes
ईश्वर न काष्ट में हैं, न मिट्टी में, न मूर्ति में । वह केवल भावना में रहता है
। अतः भावना ही मुख्य है ।
Chanakya Quotes
शान्ति के समान तपस्या नहीं है, सन्तोष से बढ़कर कोई सुख नहीं है, तृष्णा से बढ़कर
कोई व्याधि नहीं है और दया से बढ़कर कोई धर्म नहीं है ।
Chanakya Quotes
क्रोध यमराज है, तृष्णा वैतरणी नदी है, विद्या कामधेनु है और सन्तोष नन्दन वन है
।
Chanakya Quotes
गुण रूप कि शोभा बढ़ाते हैं, शील
स्वभाव कुल की शोभा बढ़ाता है, सिद्धि विद्या की
शोभा बढ़ाती है और भोग करना धन की शोभा बढ़ाता है ।
chanakya love quotes
गुणहीन का रूप, दुराचारी का कुल तथा अयोग्य व्यक्ति की विद्या नष्ट हो जाती है ।
धन का भोग न करने से धन भी नष्ट हो जाता है ।
chanakya love quotes
विद्याहीन होने पर विशाल कुल का क्या करना? विद्वान नीच कुल का भी हो, तो देवताओं
द्वारा भी पूजा जाता है ।
chanakya love quotes
विद्वान की लोक में प्रशंसा होती है, विद्वान को सर्वत्र गौरब मिलता है, विद्या
से सब कुछ प्राप्त होता है और विद्या की सर्वत्र पूजा होती है ।
chanakya love
quotes
जो व्यक्ति परस्पर एक
दूसरे की बातों को अन्य लोगों को बता देते हैं वे बांबी
के अन्दर के सांप के समान नष्ट हो जाते हैं ।
chanakya love quotes
सभी औषधियों में अमृत (गिलोय) प्रधान है । सभी सुखों में भोजन प्रधान है । सभी
इंद्रियों में आँखे मुख्य हैं । सभी अंगों में सर महत्वपूर्ण है ।
chanakya
love quotes
विद्यार्थी, सेवक, पथिक, भूख से दुःखी, भयभीत, भण्डारी, द्वारपाल
इन सातों को
सोते हुए से जगा देना चाहिए ।
chanakya love quotes
सांप, राजा, शेर, बर्र, बच्चा, दूसरे का कुत्ता तथा मूर्ख इनको सोए से नहीं जगाना
चाहिए ।
chanakya love quotes
धीरज से निर्धनता भी सुन्दर लगती है, साफ रहने पर मामूली वस्त्र भी अच्छे लगते
हैं, गर्म किये जाने पर बासी भोजन भी सुन्दर जान परता है और शील
स्वभाव से
कुरूपता भी सुन्दर लगती है ।
chanakya love quotes
धनहीन व्यक्ति हीन नहीं कहा जाता । उसे धनी ही समझना चाहिए । जो विद्यारत्न से
है, वस्तुतः वह सभी वस्तुओं में हीन है ।
thoughts of chanakya
आँख से अच्छी तरह देख कर पांव रखना चाहिए जल वस्त्र से छानकर पीना चाहिए ।
शाश्त्रों के अनुसार ही बात कहनी चाहिए तथा जिस काम को करने का मन आज्ञा दे, वही
करना चाहिए ।
thoughts of chanakya
यदि सुखों की इच्छा है, तो विद्या त्याग दो और यदि विद्या की इच्छा है, तो सुखों
का त्याग कर दो । सुख चाहनेवाले को विद्या कहां तथा विद्या चाहनेवाले को सुख कहां
।
thoughts of chanakya
कवि क्या नहीं देखते ? स्त्रियां क्या नहीं करतीं ? शराबी क्या नहीं बकते ? तथा
कौए क्या नहीं खाते ?
thoughts of chanakya
भाग्य रंक को राजा और राजा को रंक बना देता है । धनी को निर्धन तथा निर्धन को धनी
बना देता है ।
thoughts of chanakya
जिनमें विद्या, तपस्या, दान देना, शील, गुण तथा धर्म में से कुछ भी नहीं है, वे
मनुष्य पृथ्वी पर भार हैं । वे मनुष्य के रूप में पशु हैं, जो मनुष्यों के बीच
में घूमते रहते हैं ।
thoughts of chanakya
बाघ, हाथी और सिंह जैसे भयंकर जीवों से घिर हुए वन में रह ले, वृक्ष पर घर बनाकर,
फल
पत्ते खाकर और पानी पीकर निर्वाह कर ले, धरती पर घास
फूस बिछाकर सो ले और
फटे
पुराने टुकड़े
टुकड़े हुए वृक्षों की छल को ओढ़कर शरीर को धक ले, परन्तु
धनहीन होने की दशा में अपने संबन्धियों के साथ कभी न रहे, क्योंकि इससे उसे अपमान
और उपेक्षा का जो कड़वा घूंट पीना पड़ता है, वह सर्वथा असह्य होता है ।
thoughts
of chanakya
जिस मनुष्य की माँ लक्ष्मी के समान है, पिता विष्णु के समान है और भाइ
बन्धु
विष्णु के भक्त है, उसके लिए अपना घर ही तीनों लोकों के समान है ।
thoughts of
chanakya
जिस व्यक्ति के पास बुद्धि होती है, बल भी भी उसी के पास होता है । बुद्धिहीन का
तो बल भी निरर्थक है, क्योंकि बुद्धि के बल पर ही उसका प्रयोग कर सकता है अन्यथा
नहीं । बुद्धि के बल पर ही एक बुद्धिमान खरगोश ने अहंकारी सिंह को वन के कुएं में
गिराकर मार डाला था ।
thoughts of chanakya
दान देने की आदत, प्रिय बोलना, धीरज तथा उचित ज्ञान
ये चार व्यक्ति के सहज गुण
हैं ; जो अभ्यास से नहीं आते ।
thoughts of chanakya
जैसे सुरापात्र अग्नि में जलाने पर भी शुद्ध नहीं होता । इसी प्रकार जिसके मन में
मैल हो, वह दुष्ट चाहे सैकड़ों तीर्थ
स्नान का ले, कभी शुद्ध नहीं होता ।
chanakya niti quotation
काम, क्रोध, लोभ, स्वाद, शृंगार, कौतुक, अधिक सोना, अधिक सेवा करना, इन आठ कामों
को विद्यार्थी छोड़ दे ।
chanakya niti quotation
सत्य मेरी माता है, ज्ञान पिता है, भाई धर्म है, दया मित्र है, शान्ति पत्नी है
तथा क्षमा पुत्र है, ये छः ही मेरी सगे- सम्बन्धी हैं ।
chanakya niti
quotation
अन्य व्यक्तियों की स्त्रियों को माता के समान समझे, दूसरें के धन पर नज़र न रखे,
उसे पराया समझे और सभी लोगों को अपनी तरह ही समझे ।
chanakya niti quotation
एक-एक बूंद डालने से क्रमशः घड़ा भर जाता है । इसी तरह विद्या, धर्म और धन का भी
संचय करना चाहिए ।
chanakya niti quotes
बीती बात पर दुःख नहीं करना चाहिए । भविष्य के विषय में भी नहीं सोचना चाहिए ।
बुद्धिमान लोग वर्तमान समय के अनुसार ही चलते हैै ।
chanakya niti quotes
देवता, सज्जन और पिता स्वभाव से, भाई- बन्धु स्नान- पान से तथा विद्वान वाणी से
प्रसन्न होते हैं ।
chanakya niti quotes
जिसे किसी के प्रति प्रेम होता है उसे उसी से भय भी होता है, प्रीति दुःखो का
आधार है । स्नेह ही सारे दुःखो का मूल है, अतः स्नेह- बन्धनों को तोड़कर सुखपूर्वक
रहना चाहिए ।
chanakya niti quotes
जो व्यक्ति भविष्य में आनेवाली विपत्ति के प्रति जागरूक रहता है और जिसकी बुद्धि
तेज़ होती है, ऐसा ही व्यक्ति सुखी रहता है । इसके विपरीत भाग्य के भरोसे बैठा
रहनेवाला व्यक्ति नष्ट हो जाता है ।
chanakya niti quotes
जो मनुष्य अपने जीवन में कोई भी अच्छा काम नहीं करता, ऐसा धर्महीन मनुष्य ज़िंदा
रहते हुए भी मरे के समान है । जो मनुष्य अपने जीवन में लोगों की भलाई करता है और
धर्म संचय कर के मर जाता है, वे मृत्यु के बाद भी यश से लम्बे समय तक जीवित रहता
है ।
chanakya niti quotes
धर्म, अर्थ, काम तथा मोक्ष में से जिस व्यक्ति को एक भी नहीं पाता, उसका जीवन
बकरी के गले के स्थन के समान व्यर्थ है ।
chanakya niti quotes
दुष्ट व्यक्ति दूसरे की उन्नति को देखकर जलता है वह स्वयं उन्नति नहीं कर सकता ।
इसलिए वह निन्दा करने लगता है
chanakya quotes for student
बुराइयों में मन को लगाना ही बन्धन है और इनसे मन को हटा लेना ही मोक्ष का मार्ग
दिखता है । इस प्रकार यह मन ही बन्धन या मोक्ष देनेवाला है
chanakya quotes for
student
परमात्मा का ज्ञान हो जाने पर देह का अभिमान गल जाता है । तब मन जहां भी जाता है,
उसे वहीं समाधि लग जाती है ।
chanakya quotes for student
मन के चाहे सारे सुख किसे मिले हैं । क्यूंकि सब कुछ भाग्य के अधीन है । अतः
सन्तोष करना चाहिए ।
chanakya quotes for student
जैसे हजारों गायों में भी बछरा अपनी ही मां के पास जाता है, उसी तरह किया हुआ
कर्म कर्ता के पीछे-पीछे जाता है ।
chanakya quotes for student
जिसका चित्त स्थिर नहीं होता, उस व्यक्ति को न तो लोगों के बीच में सुख मिलता है
और न वन में ही । लोगो के बीच में रहने पर उनका साथ जलता है तथा वन में अकेलापन
जलाता है ।
chanakya quotes for student
जैसे फावड़े से खोदकर भूमि से जल निकला जाता है, इसी प्रकार सेवा करनेवाला
विद्यार्थी गुरु से विद्या प्राप्त करता है ।
chanakya quotes for student
अनाज, पानी और सबके साथ मधुर बोलना
ये तीन चीजें ही पृथ्वी के सच्चे रत्न हैं ।
हीरे जवाहरात आदि पत्थर के टुकड़े ही तो हैं । इन्हें रत्न कहना केवल मूर्खता है ।
chanakya quotes for student
निर्धनता, रोग, दुःख, बन्धन, और बुरी आदतें सब-कुछ मनुष्य के कर्मो के ही फल होते
हैं । जो जैसा बोता है, उसे वैसा ही फल भी मिलता है, इसलिए सदा अच्छे कर्म करने
चाहिए ।
chanakya quotes on love
शत्रु चाहे कितना बलवान हो; यदि अनेक छोटे-छोटे व्यक्ति भी मिलकर उसका सामना करे
तो उसे हरा देते हैं । छोटे-छोटे तिनकें से बना हुआ छपर मूसलाधार बरसती हुई वर्षा
को भी रोक देता है । वास्तव में एकता में बड़ी भारी शक्ति है ।
chanakya quotes
on love
दुष्टों का साथ छोड़ दो, सज्जनों का साथ करो, रात-दिन अच्छे काम करो तथा सदा ईश्वर
को याद करो । यही मानव का धर्म है ।
chanakya quotes on love
जल में तेल, दुष्ट से कहि गई बात, योग्य व्यक्ति को दिया गया दान तथा बुद्धिमान
को दिया ज्ञान थोड़ा सा होने पर भी अपने- आप विस्तार प्राप्त कर लेते हैं ।
chanakya quotes on love
गलती करने पर जो पछतावा होता है, यदि ऐसी मति गलती करने से पहले ही आ जाए, तो भला
कौन उन्नति नहीं करेगा और किसे पछताना पड़ेगा ?
chanakya quotes on love
मानव-मात्र में किभी भी अहंकार की भावना नहीं रहनी चाहिए बल्कि मानव को दान, तप,
शूरता, विद्वता, शुशीलता और नीतिनिपुर्णता का कभी अहंकार नहीं करना चाहिए । यह
अहंकार ही मानव मात्र के दुःख का कारण बनता है और उसे ले डूबता है ।
chanakya
quotes on love
जो व्यक्ति हृदय में रहता है, वह दूर होने पर भी दूर नहीं है । जो हृदय में नहीं
रहता वह समीप रहने पर भी दूर है ।
chanakya quotes on politics
किसी सभा में कब क्या बोलना चाहिए, किससे प्रेम करना चाहिए तथा कहां पर कितना
क्रोध करना चाहिए जो इन सब बातों को जानता है, उसे पण्डित अर्थात ज्ञानी व्यक्ति
कहा जाता है ।
chanakya quotes on politics
कोयल तब तक मौन रहकर दिनों को बिताती है, जब तक कि उसकी मधुर वाणी नहीं फूट पड़ती
। यह वाणी सभी को आनन्द देती है । अतः जब भी बोले, मधुर बोलो । कड़वा बोलने से चुप
रहना ही बेहतर है ।
chanakya quotes on politics
जिस मनुष्य का हृदय सभी प्राणियों के लिए दया से द्रवीभूत हो जाता है, उसे ज्ञान,
मोक्ष, जता, भष्म
लेपन आदि से क्या लेना ।
chanakya quotes on politics
जो गुरु एक अक्षर का भी ज्ञान करता है, उसके ऋण से मुक्त होने के लिए, उसे देने
योग्य पृथ्वी में कोई पदार्थ नहीं है ।
chanakya quotes on politics
लक्ष्मी वैसे ही चंचल होती है परन्तु चोरी, जुआ, अन्याय और धोखा देकर कमाया हुआ
धन भी स्थिर नहीं रहता, वह बहुत शीघ्र ही नष्ट हो जाता है । अतः व्यक्ति को कभी
अन्याय से धन के अर्जन में प्रवृत्त नहीं होना चाहिए ।
chanakya quotes on
politics
शाश्त्र अनेक हैं, विद्याएं अनेक हैं, किन्तु मनुष्य का जीवन बहुत छोटा है, उसमें
भी अनेक विघ्न हैं । इसलिए जैसे हंस मिले हुए दूध और पानी में से दूध पि लेता है
और पानी को छोड़ देता है उसी तरह काम की बातें ग्रहण कर लो तथा बाकी छोड़ दो
chanakya quotes on politics
सोने की हिरणी न तो किसी ने बनायी, न किसी ने इसे देखा और न यह सुनने में ही आता
है कि हिरणी सोने का भी होती है । फिर भी रघुनन्दन की तृष्णा देखिये ! वास्तव में
विनाश का समय आने पर बुद्धि विपरीत हो जाती है ।
Chanakya Quotes in Hindi
गुणों से ही मनुष्य बड़ा बनता है, न कि किसी ऊंचे स्थान पर बैठ जाने से । राजमहल
के शिखर पर बैठ जाने पर भी कौआ गरुड़ नहीं बनता ।
Chanakya Quotes in Hindi
मधुर वचन बोलना, दान के समान है । इससे सभी मनुष्यों को आनन्द मिलता है । अतः
मधुर ही बोलना चाहिए । बोलने में कैसी गरीबी !
Chanakya Quotes in Hindi
जो विद्या पुस्तक में ही है, और जो धन दूसरे को हाथ में चला गया है, ये दोनों
चीजें समय पर काम नहीं आतीं ।
Chanakya Quotes in Hindi
उपकारी के साथ उपकार, हिंसक के साथ प्रतिहिंसा करनी चाहिए तथा दुष्ट के साथ
दुष्टता का ही व्यवहार करना चाहिए । इसमें कोई दोष नहीं है ।
चाणक्य कोट्स इन
हिंदी
कोई वस्तु चाहे कितनी ही दूर क्यों न हो, उसका मिलना कितना ही कठिन क्यों न हो,
और वह पहुचं से बहार क्यों न हो, कठिन तपस्या अर्थात परिश्रम से उसे भी प्राप्त
किया जा सकता है । परिश्रम सबसे शक्तिशाली वस्तु है ।
चाणक्य कोट्स इन हिंदी
अन्न और जल के दान के समान कोई नहीं है । द्वादशी के समान कोई तिथि नहीं है ।
गायत्री से बढ़कर कोई मन्त्र नहीं है । माँ से बढ़कर कोई देवता नहीं है ।
चाणक्य
कोट्स इन हिंदी
दान से ही हाथों की सुन्दरता है, न कि कंगन पहनने से, शरीर स्नान से ही शुद्ध
होता है न कि चन्दन का लेप लगाने से, तृप्ति मान से होता है, न कि भोजन से, मोक्ष
ज्ञान से मिलता है, न कि श्रृंगार से ।
चाणक्य कोट्स इन हिंदी
na koi kisi ka mitra hai aur na hi shatru, karyavash hi log mitra aur shatru banate hain .
chanakya quotes
murkh shishya ko pa. dhane pardusht stri ke sath jivan bitane par tatha duhkhiyon-
rogiyon ke bich men rahane par vidwan vyakti bhi duhkhi ho hi jata hai .
chanakya
quotes
dusht patni , shath mitra , uttar dene wala sevak tatha sanp wale ghar men rahana , ye
mrityu ke karan hain isamen sandeh nahin karani chahie .
chanakya quotes in hindi
jahan koi seth, vedapathi vidwan, raja aur vaidya na ho, jahan koi nadi na ho, in panch
sthanon par ek din bhi nahin rahana chahie .
chanakya kots in hindi
kisi mahatvapurna karya par bhezate samaya sevak ki pahachan hoti haiduhkh ke samaya men
bandhu-bandhavon ki, vipatti ke samaya mitra ki tatha dhan nasht ho jane par patni ki
pariksha hoti hai .
chanakya quotes
jis desh men samman na ho, jahan koi ajivika na mile , jahan apana koi bhai-bandhu n
rahata ho aur jahan vidya-adhyayan sambhav na ho, aise sthan par nahin rahana chahie .
chanakya quotes
jisake ghar men na mata ho aur na stri priyawadini ho , use van men chale jana chahie
kyonki usake lie ghar aur van donon saman hi hain .
chanakya quotes
vipatti ke samaya ke lie dhan ki raksha karani chahiedhan se adhik raksha patni ki karani
chahie . kintu apani raksha ka prasan sammukh ane par dhan aur patni ka balidan bhi karana
pade to nahin chukana chahie .
chanakya quotes
jis sthan par ajivika na mile, logon men bhaya, aur lajja, udarata tatha dan dene ki
pravritti na ho, aisi panch jagahon ko bhi manushya ko apane niwas ke lie nahin chunana
chahie .
chanakya quotes
jab koi bimar hone par, asamaya shatru se ghir jane par, rajakarya men sahayak rup men
tatha mrityu par shmashan bhumi men le jane wala vyakti sachcha mitra aur bandhu hai .
chanakya quotes
bhojya padath, bhojan-shakti, ratishakti, sundar stri, vaibhav tatha dan-shakti, ye sab sukh
kisi alp tapasya ka fal nahin hote .
chanakya quotes
jisaka putra vashibhut ho, patni vedon ke marg par chalane wali ho aur jo vaibhav se
santusht ho, usake lie yahin swarg hai .
chanakya quotes
putra vahi hai, jo pita ka bhakt hai . pita vahi hai, jo poshak hai, mitra vahi hai, jo
vishwasapatra ho . patni vahi hai, jo hridaya ko anandit kare .
chanakya quotes
murkhata kasht hai, yauvan bhi kasht hai, kintu dusaron ke ghar men rahana kashton ka bhi
kasht hai .
chanakya quotes
bachche ko na pa. dhanewali mata shatru tatha pita vairi ke saman hote hain . bina pa. dha
vyakti pa. dhe logon ke bich men kaue ke saman shobha nahin pata .
chanakya quotes
pith pichhe kam bigadanewale tha samane priya bolane wale aise mitra ko munh par dudh
rakhe hue vish ke ghade ke saman tyag dena chahie .
chanakya quotes
kumitra par vishwas nahin karana chahie aur mitra par bhi vishwas nahin karana chahie .
kabhi kupit hone par mitra bhi apaki gupta baten sabako bata sakata hain .
chanakya
quotes
man men soche hue karya ko munh se bahar nahin nikalana chahie . mantra ke saman
gupta rakhakar usaki raksha karani chahie . gupta rakhakar hi us kam ko karana bhi chahie .
chanakya quotes
na pratyek parvat par mani-manikya hi prapta hote hain na pratyek hathi ke mastak
se mukta-mani prapta hoti hai . snsar men manushyon ki kami na hone par bhi sadhu
purush nahin milate . isi prakar sabhi vanon men chandan ke vriksh upalabdh nahi hote .
chanakya quotes
adhik lada se anek dosh tatha adhik tadan se gun ate hain . isalie putra aur shishya ko
lalan ki nahin tadan ki avashyakata hoti hai .
chanakya quotes
vidya hi brahmanon ka bal hai . raja ka bal sena hai . vaishyon ka bal dhan hai tatha
sewa karana shudron ka bal hai .
chanakya quotes
durachari, dusht swabhavawala, bina kisi karan dusaron ko hani pahunchanewala tatha
dusht vyakti se mitrata rakhane wala shreshth purush bhi shighr hi nasht ho jate hai
kyuonki sngati ka prabhav bina pade nahin rahata hai .
chanakya quotes
saman starawalon se hi mitrata shobha deti hai . sewa raja ki shobha deti hai .
vaishyon ko vyapar karana hi sobha deta hai . shubh stri ghar ki shobha hai
chanakya
quotes
jo nishchit ko chhodakar anishchit ka sahara leta hai, usaka nishchit bhi nasht ho jata hai
. anishchit to swayn nasht hota hi hai .
chanakya quotes
buddhiman manushya ko chahie ki vah rupavati na hone par bhi kulin kanya se viwah kar
le, kintu nich kul ki kanya yadi rupavati tatha sushil bhi ho, to usase viwah na kare .
kyonki viwah saman kul men hi karani chahie .
chanakya quotes
kisake kul men dosh nahin hota ? rog kise duhkhi nahin karateduhkh kisi nahin milata
aur nirntar sukhi kaun rahata hai arthat kuchh na kuchh kami to sab jagah hai aur yah ek kadavi
sachchai hai .
chanakya quotes
acharan se vyakti ke kul ka parichaya milata hai . boli se desh ka pata lagata hai .
adar-satkar se prem ka tatha sharir ko dekhakar vyakti ke bhojan ka pata chalata hai .
chanakya quotes
kanya ka viwah kisi achchhe ghar men karani chahie, putra ko pa. dhai-likhai men laga dena
chahie, mitra ko achchhe karyo men tatha shatru ko buraiyon men laga dena chahie .
yahi vyavaharikata hai aur samaya ki mang bhi
chanakya quotes
dusht aur sanp, in donon men sanp achchha hai, na ki dusht . sanp to ek hi bar dasata
hai, kintu dusht to pag-pag par dasata rahata hai .
chanakya quotes
kulin log arambh se anta tak sath nahin chhodate . ve wastav men sngati ka dharm nibhate
hain . isalie raja log kulin ka sngrah karate hain taki samay-samaya par satparamarsh mil
sake .
chanakya quotes
jis sagar ko ham itana gambhir samajhate hain, pralaya ane par vah bhi apani maryada bhul jata
hai aur kinaron ko todakar jal-thal ek kar deta hai ; parantu sadhu athawa shreth vyakti
snkaton ka pahada tutane par bhi shreth maryadaon ka ullnghan nahin karata . ath sadhu
purush sagar se bhi mahan hota hai .
chanakya quotes
murkh vyakti ko do paironwala pashu samajhakar tyag dena chahie, kyonki vah apane
shabdon se shul ke saman usi tarah bhedata rahata hai, jaise adrishya kanta chubh jata hai|
chanakya quotes
rup aur yauvan se sampann, uchch kul men utpann hokar bhi vidyahin manushya
sugandhahin ful ke saman hote hain aur shobha nahin dete |
chanakya quotes
koyalon ka rup unaka swar hai . pativrata hona hi striyon ki sundarata hai. kurup
logon ka jnan hi unaka rup hai tatha tapaswiyon ka kshama- bhav hi unaka rup hai .
chanakya quotes
vyakti ko chahie ki kul ke lie ek vyakti ko tyag de . gram ke lie kul ko
tyag dena chahie . rajya ki raksha ke lie gram ko tatha atmaraksha ke lie snsar
ko bhi tyag dena chahie .
chanakya quotes
udyam se daridrata tatha jap se pap dur hota hai . maun rahane se kalah aur jagate rahane se
bhaya nahin hota .
chanakya quotes
adhik sundarata ke karan hi sita ka haran hua tha, ati ghamndi ho jane par ravan mara
gaya tatha atyanta dani hone se raja bali ko chhala gaya . isalie ati sabhi jagah varjit hai
.
chanakya quotes
samarthyawan vyakti ko koi vastu bhari nahin hoti . vyapariyon ke lie koi jagah
dur nahin hoti . vidwan ke lie kahin videsh nahin hota . madhur bolane wale ka koi
paraya nahin hota .
chanakya quotes
jis prakar van men sundar khile hue fulonwala ek hi vriksh apani sugandh se sare van
ko sugandhit kar dete hai usi prakar ek hi suputra sare kul ka nam uncha kar deta
hai |
chanakya quotes
jis prakar ek hi sukhe vriksh men ag lagane par sara van jal jata hai isi prakar ek hi
kuputra sare kul ko badanam kar deta hai |
chanakya quotes
jis prakar akela chandrama rat ki shobha ba. dha deta hai, thik usi prakar ek hi
vidwan
sajjan putra kul ko ahladit karata hai .
chanakya quotes
shauk aur santap utpan karane wale anek putron ke paida hone se kya labh kul ko
sahara denewale ek hi putra shreth hai, jisake sahare sara kul vishram karata hai .
chanakya quotes
putra ka panch varsh tak lalan karedas varsh tak tadan kare . solahawan varsh lag jane par
usake sath mitra ke saman vyavahar karana chahie .
chanakya quotes
upadrav ya ladai ho jane par, bhaynkar akal pada jane par aur dushton ka sath milane par
bhagajane wala vyakti hi jita hai .
chanakya quotes
jis manushya ko dharm, kam-bhog, moksh men se ek bhi vastu nahin mil pati, usaka janm
keval marane ke lie hi hota hai
chanakya quotes
jahan murkhon ka samman nahin hota, ann ka bhandar bhara rahata hai aur pati-patni men
kalah nahin ho, vahan lakshmi swayn ati hai .
chanakya quotes
ayu, karm, vitt, vidya, nidhan ye panchon chijen prani ke bhagya men tabhi likh di
jati hain, jab vah garbh men hi hote hai .
chanakya quotes
snsar ke adhikatar putra, mitra aur bhai sadhu-mahatmaon, vidwanon adi ki sngati se
dur rahate hain . jo log satsngati karate hain, ve apane kul ko pavitra kar dete hain .
chanakya quotes
jaise machhali, mada, kachhuwa aur chidiyan apane bachchon ka palan kramashh dekhakar, dhyan dekar
tatha sparsh se karati hain, usi prakar satyasngati bhi har sthiti men manushyon ka palan
karati hai .
chanakya quotes
jab tak sharir swasth hai, tabhi tak mrityu bhi dur rahati hai . ath tabhi atma ka kalyan
kar lena chahie . pranon ka anta ho jane par kya karega? keval pashchattap hi shesh
rahega .
chanakya quotes
vidya kamadhenu ke saman gunonwali hai, bure samaya men bhi fal denewali hai, prawas
kal men man ke saman hai tatha gupta dhan hai .
chanakya quotes
jis prakar ek chand hi ratri ke andhakar ko dur karata hai, asnkhya tare milakar bhi
ratri ke gahan andhakar ko dur nahin kar sakate, usi prakar ek guni putra hi apane
kul ka nam roshan karata hai, use uncha uthata hai . saikdon nikamme putra milakar bhi kul
ki pratishtha ko uncha nahin utha sakate .
chanakya quotes
murkh putra ke chirayu hone se mar jana achchha hai, kyonki aise putra ke marane par
ek hi bar duhkh hota hai, jinda rahane par vah jivan bhar jalata rahata hai .
chanakya
quotes
dushton ke gavn men rahana, kulahin ki seb, kubhojan, karkasha patni, murkh putra tatha
vidhawa putri ye sab vyakti ko bina ag ke jala dalate hain .
chanakya quotes
us gaya se kya karana, jo na dudh deti hai aur na gabhin hoti hai . isi tarah us putra ke
janm lene se kya labh, jo na vidwan ho aur na ishwar ka bhakt ho .
chanakya
quotes
sansarik tap se jalate hue logon ko tin hi chijen aram de sakati hain
santan,
patni tatha sajjanon ki sngati |
chanakya quotes
tap akele men karana uchit hota hai, pa. dhane men do, gane me tin, jate samaya char, khet
men panch vyakti tatha yuddh men anek vyakti hona chahie .
chanakya quotes
vahi patni hai, jo pavitra aur kushal ho . vahi patni hai, jo pativrata ho . vahi patni
hai, jise pati se priti ho . vahi patni hai, jo pati se satya bole .
chanakya
quotes
putrahin ke lie ghar suna ho jata hai, jisake bhai na hon usake lie dishaen suni ho
jati hain, murkh ka hridaya suna hota hai, kintu nirdhan ke lie sab kuchh suna ho jata
hai .
chanakya quotes
jis prakar ba. dhiya-se ba. dhiya bhojan badahajami men labh karane ke sthan men hani pahunchata
hai aur vish ka kam karata hai, usi prakar nirantar abhyas na rakhane se shastrajnan bhi
manushya ke lie ghatak vish ke saman ho jata hai .
chanakya quotes
dharm men yadi daya na ho to use tyag dena chahie . vidyahin guru ko, krodhi
patni ko tatha snehahin bandhavon ko bhi tyag dena chahie .
chanakya quotes
kaisa samaya hai ? kaun mitra hai ? kaisa sthan hai ? ay-vyaya kya hai ? men kisaki aur
meri kya shakti hai ? ise bar-bar sochana chahie .
chanakya quotes
janm denewala, upanayan snskar karanewala, vidya denewala, annadata tatha bhaya se
raksha karanewala, ye panch prakar ke pita hote hain .
chanakya quotes
raja ki patni, guru ki patni, mitra ki patni, patni ki man, tatha apani man, ye
panch prakar ka mata hoti hai
chanakya quotes
brahman, kshatriya aur vaishya, in tino varnon ka guru agni hai . brahman apane
atirikt sabhi varnon ka guru hai . striyon ka guru pati hai . ghar men aye hue
athiti sabhi ka guru hota hai .
chanakya quotes
ghisane, katane, tapane aur pitane, in char prakaron se jaise sone ka parikshan hota hai,
isi prakar tyag, shil, gun, evn karmon se purush ki pariksha hoti hai .
chanakya quotes
apattiyon aur snkaton se tabhi tak darana chahie jab tak ve dur hain, parantu vah snkat sir
par a jaya to us par shnkarahit hokar prahar karana chahie unhen dur karane ka upaya karana
chahie .
chanakya quotes
ek hi udar se, ek hi nakshatra men janm lene par bhi do logon ka swabhav ek saman
nahin hota . udaharan ke lie ber aur kanton ko dekha ja sakata hai .
chanakya quotes
virakt vyakti kisi vishaya ka adhikari nahin hota, jo vyakti kami nahin hota, use
banav
shringar ki avashyakata nahin hoti . vidwan vyakti priya nahin bolata tatha
spasht bolanewala thag nahin hota .
chanakya quotes
alasya se vidya nasht ho jati haidusare ke hath men dhan jane se dhan nasht ho jata
hai . kam bij se khet tatha bina senapati wali sena nasht ho jati hai .
chanakya
quotes
abhyas se vidya ka, shil-swabhav se kul ka, gunon se shreshtata ka tatha ankhon se
krodh ka pata lag jata hai .
chanakya quotes
dhan se dharm ki, yog se vidya ki, mriduta se raja ki tatha achchhi stri se ghar ki
raksha hoti hai .
chanakya quotes
dan daridrata ko nasht kar deta hai . shil swabhav se duhkhon ka nash hota hai . buddhi
ajnan ko nasht kar deti hai tatha bhavana se bhaya ka nash ho jata hai .
chanakya
quotes
kam ke saman vyadhi nahin hai, moh-ajnan ke saman koi shatru nahin hai, krodh ke
saman koi ag nahin hai tatha jnan ke saman koi sukh nahin hai .
chanakya quotes
vyakti snsar men akela hi janm leta hai, akela hi mrityu ko prapta karata hai,
akela hi shubh-ashubh kamon ka bhog karata hai, akela hi narak men padata hai tatha akela hi
paramagati ko bhi prapta karata hai .
chanakya quotes
brahmajnani ko swarg, vir ko apana jivan, snyami ko apana stri tatha nisprih ko
sara snsar tinake ke saman lagata hai .
chanakya quotes
ghar se bahar videsh men rahane par vidha mitra hoti hai , ghar men patni mitra hoti hai ,
rogi ke lie dawa mitra hoti hai tatha mrityu ke bad vyakti ka dharm hi usaka mitra
hota hai |
chanakya quotes
samudra men varsha vyarth hai . tripta ko bhojan karana vyarth haidhani ko dan dena
vyarth hai aur din men dipak vyarth hai .
chanakya quotes
badal ke saman koi jal nahin hota . apane bal ke saman koi bal nahin hota . ankhon ke
saman koi jyoti nahin hoti aur ann ke saman koi priya vastu nahin hoti .
chanakya quotes
nirdhan vyakti dhan ki kamana karate hain aur chaupaye arthat pashu bolane ki shakti chahate
hain . manushya swarg ki ichchha karata hai aur swarg men rahane wale devata
moksh-prapti ki ichchha karate hain aur is prakar jo prapta hai sabhi usase age ki
kamana karate hain .
chanakya quotes
satya hi prithwi ko dharan karata hai . satya se hi surya tapata hai . satya se hi wayu
bahati hai . sab kuchh satya men hi pratishthit hai .
chanakya quotes
lakshmi chnchal hai, pran, jivan, sharir sab kuchh chnchal aur nashawan hai . snsar men keval
dharm hi nishchal hai .
chanakya quotes
sunakar hi manushya ko apane dharm ka jnan hota hai, sunakar hi vah durbuddhi ka tyag
karata hai . sunakar hi use jnan prapta hota hai aur sunakar hi moksh milata hai .
chanakya quotes
jis vyakti ke pas paisa hai log swath hi usake mitra ban jate hain . bandhu- bandhav
bhi use a gherate hain . jo dhanawan hai usi ko aj ke yug men vidwan. ha aur sammanit
vyakti man jata hai
chanakya quotes
manushya jaisa bhagya lekar ata hai usaki buddhi bhi usi saman ban jati hai, kary
vyapar bhi usi anurup milata hai . usake sahayogi, sngi
sathi bhi usake bhagya ke
anurup hi hote hain . sara kriyakalap bhagyanusar hi snchalit hota hai .
chanakya quotes
kal praniyon ko nigal jata hai . kal srishti ka vinash kar deta hai . yah praniyon
ke so jane par bhi unamen vidyaman rahata hai . isaka koi bhi atikraman nahin kar sakata .
chanakya quotes
janmandh kuchh nahin dekh sakata . aise hi kamandh aur nashe men pagal bana vyakti bhi kuchh
nahin dekhata . swarthi vyakti bhi kisi men koi dosh nahin dekhata .
chanakya
quotes
prani swayn karm karata hai aur swayn usaka fal bhogata hai . swayn snsar men bhatakata hai
aur swayn isase mukt ho jata hai .
chanakya quotes
rasht dwara kiye gae pap ko raja bhogata hai . raja ke pap ko usaka purohit, patni
ke pap ko pati tatha shishya ke pap ko guru bhogata hai .
chanakya quotes
rrin karanewala pita shatru ke saman hota hai| vyabhicharini man bhi shatru ke saman hoti
hai . rupavati patni shatru ke saman hoti hai tatha murkh putra bhi shatru ke saman hota
hai .
chanakya quotes
lalachi ko dhan dekar, ahnkari ko hath jodakar, murkh ko upadesh dekar tatha pandit ko
yatharth bat batakar vash men karana chahie .
chanakya quotes
dusht raja ke rajya men praja sukhi kaise rah sakati haidusht mitra se andan kaise
mil sakata haidusht patni se ghar men sukh kaise ho sakata hai ! tatha dusht
murkh
shishya ko pa. dhane se yash kaise mil sakata hai !
chanakya quotes
sinh se ek, bagule se ek, murge se char, kaue se panch, kutte se chhh tatha gadhe se
sat baten sikhane chahie .
chanakya quotes
chhota ho ya bada, jo bhi kam karana chahen, use apani puri shakti lagakar karen? yah gun
hamen sher se sikhana chahie
chanakya quotes
bagule ke saman indriyon ko vash men karake desh, kal evn bal ko janakar vidwan apana
karya safal karen .
chanakya quotes
dhan aur anaj ke len
den, vidya prapta karate samaya, bhojan tatha apasi vyavahar men
lazza na karanewala sukhi rahata hai .
chanakya quotes
vidwan vyakti ko chahie ki ve gadhe se tin gun sikhen| jis prakar atyadhik thaka
hone par bhi vah bojh dhota rahata hai, usi prakar buddhiman vyakti ko bhi alasya n
karake apane lakshya ki prapti aur siddhi ke lie sadaiv prayatna karate rahana chahie .
karya siddhi men rrituon ke sard aur garm hone ka bhi chinta nahin karana chahie aur jis
prakar gadha sntusht hokar jahan
tahan char leta hai, usi prakar buddhiman vyakti
ko bhi sada santosh rakhakar karm men pravrit rahana chahie .
chanakya quotes
samaya par jagana, ladana, bhaiyon ko bhaga dena aur unaka hissa swnya jhapatakar kha jana, ye
char baten murge se sikhen .
chanakya quotes
chhipakar maithun karana, samay
samaya par sngrah karana, savadhan rahana, kisi par vishwas n
karana aur awaj dekar auron ko bhi ikaththa kar lena, ye panch gun kaue se sikhen .
chanakya quotes
adhik bhukha hone par bhi thode men hi santosh kar lena, gahari nind men hone par bhi
satarka rahana, swamibhakt hona aur virata
kutte se ye chhh gun sikhane chahie .
chanakya quotes
dhan ka nash ho jane par, man men dukhh hone par, patni ke chal
chalan ka pata lagane par,
nich vyakti se kuchh ghatiya baten sun lene par tatha swayn kahin se apamanit hone par
apane man ki baton ko kisi ko nahin batana chahie . yahi samajhadari hai .
chanakya
quotes
santosh ke amrit se tripta vyaktiyon ko jo sukh aur shanti milata hai, vah sukh-
shanti dhan ke pichhe idhar-udhar bhaganewalon ko nahin milati .
chanakya quotes
vyakti ko apani hi patni se sntosh kar lena chahie chahe vah rupavati ho athawa sadharan,
vah sushikshit ho athawa nirakshar
usaki patni hai yahi badi bat hai .
chanakya
quotes
ag, guru, brahman, gaya, kunari kanya, bu. dhe log tatha bachchon ko pavn se nahin
chhuna chahie . aisa karana asabhyata hai kyonki ye sabhi adaraniya , pujya aur priya hote
hain .
chanakya quotes
bailagadi se panch hath ghode se das hath aur hathi se sau hath dur rahana chahie kintu
dusht vyakti se bachane ke lie thoda
bahut antar paryapta nahin . usase bachane ke
lie to avashyakata padane par desh bhi chhoda ja sakata hai .
chanakya quotes
hathi ko ankush se, ghode ko hath se, singonwale pashuon ko hath ya lakdi se tatha dusht
ko khadg hath men lekar pita jata hai .
chanakya quotes
adhik sidha nahin hona chahie . jngal men jakar dekhane se pata lagata hai ki sidhe vriksh
kat liya jate hain, jabaki te. dha-me. dha peda chhoda die jate hain .
chanakya quotes
talab ke jal ko swachchh rakhane ke lie usaka bahate rahana avashyak hai . isi prakar arjit
dhan ka tyag karate rahana hi usaki raksha hai .
chanakya quotes
dan dene men ruchi, madhur wani, devataon ki puja tatha brahmanon ko sntusht rakhana,
in char lakshanonwala vyakti is lok men koi swarg ki atma hota hai .
chanakya
quotes
atyanta krodh, katu wani, daridrata, swajanon se vair, nich logon ka sath, kulahin ki
sewa
narak ki atmaon ke yahi lakshan hote hain .
chanakya quotes
jis prakar kutte ki punchh se na to usake gupta ang chhipate hain aur na vah machchharon ke
katane se rok sakati hai, isi prakar vidya se rahit jivan bhi vyarth hai . kyonki
vidyavihin manushya murkh hone ke karan na apani raksha kar sakate hai na apana bharan- poshan
.
chanakya quotes
man, wani ko pavitra rakhana, indriyon ko nigrah, sabhi praniyon par daya karana aur
dusaron ka upakar karana sabase badi shuddhata hai .
chanakya quotes
adham dhan ki ichchha karaten hain, madhyam dhan aur man chahate hain, kintu uttam keval man
chahate hain mahapurushon ka dhan man hi hai .
chanakya quotes
bhojan na pachane par jal aushadhi ke saman hota hai . bhojan karate samaya jal amrit hai tatha bhojan ke
bad vish ka kam karata hai .
chanakya quotes
kasht, pashan ya dhatu ki murtiyaen ki bhi bhavana aur shraddha se upasana karane par
bhagawan ki kripa se siddhi mil jati hai .
chanakya quotes
ishwar na kasht men hain, na mitti men, na murti men . vah keval bhavana men rahata hai
. ath bhavana hi mukhya hai .
chanakya quotes
shanti ke saman tapasya nahin hai, santosh se ba. dhakar koi sukh nahin hai, trishna se ba. dhakar
koi vyadhi nahin hai aur daya se ba. dhakar koi dharm nahin hai .
chanakya quotes
krodh yamaraj hai, trishna vaitarani nadi hai, vidya kamadhenu hai aur santosh nandan van hai
.
chanakya quotes
gun rup ki shobha ba. dhate hain, shil
swabhav kul ki shobha ba. dhata hai, siddhi vidya ki
shobha ba. dhati hai aur bhog karana dhan ki shobha ba. dhata hai .
chanakya love quotes
gunahin ka rup, durachari ka kul tatha ayogya vyakti ki vidya nasht ho jati hai .
dhan ka bhog na karane se dhan bhi nasht ho jata hai .
chanakya love quotes
vidyahin hone par vishal kul ka kya karana? vidwan nich kul ka bhi ho, to devataon
dwara bhi puja jata hai .
chanakya love quotes
vidwan ki lok men prashnsa hoti hai, vidwan ko sarvatra gaurab milata hai, vidya
se sab kuchh prapta hota hai aur vidya ki sarvatra puja hoti hai .
chanakya love
quotes
jo vyakti paraspar ek
dusare ki baton ko anya logon ko bata dete hain ve banbi
ke andar ke sanp ke saman nasht ho jate hain .
chanakya love quotes
sabhi aushadhiyon men amrit (giloy) pradhan hai . sabhi sukhon men bhojan pradhan hai . sabhi
indriyon men ankhe mukhya hain . sabhi angon men sar mahatvapurna hai .
chanakya
love quotes
vidyarthi, sevak, pathik, bhukh se duhkhi, bhayabhit, bhandari, dwarapal
in saton ko
sote hue se jaga dena chahie .
chanakya love quotes
sanp, raja, sher, barr, bachcha, dusare ka kutta tatha murkh inako soe se nahin jagana
chahie .
chanakya love quotes
dhiraj se nirdhanata bhi sundar lagati hai, saf rahane par mamuli vastra bhi achchhe lagate
hain, garm kiye jane par basi bhojan bhi sundar jan parata hai aur shil
swabhav se
kurupata bhi sundar lagati hai .
chanakya love quotes
dhanahin vyakti hin nahin kaha jata . use dhani hi samajhana chahie . jo vidyaratna se
hai, vastuth vah sabhi vastuon men hin hai .
thoughts of chanakya
ankh se achchhi tarah dekh kar panv rakhana chahie jal vastra se chhanakar pina chahie .
shashtron ke anusar hi bat kahani chahie tatha jis kam ko karane ka man ajna de, vahi
karana chahie .
thoughts of chanakya
yadi sukhon ki ichchha hai, to vidya tyag do aur yadi vidya ki ichchha hai, to sukhon
ka tyag kar do . sukh chahanewale ko vidya kahan tatha vidya chahanewale ko sukh kahan
.
thoughts of chanakya
kavi kya nahin dekhate ? striyan kya nahin karatin ? sharabi kya nahin bakate ? tatha
kaue kya nahin khate ?
thoughts of chanakya
bhagya rnk ko raja aur raja ko rnk bana deta haidhani ko nirdhan tatha nirdhan ko dhani
bana deta hai .
thoughts of chanakya
jinamen vidya, tapasya, dan dena, shil, gun tatha dharm men se kuchh bhi nahin hai, ve
manushya prithwi par bhar hain . ve manushya ke rup men pashu hain, jo manushyon ke bich
men ghumate rahate hain .
thoughts of chanakya
bagh, hathi aur sinh jaise bhaynkar jivon se ghir hue van men rah le, vriksh par ghar banakar,
fal
patte khakar aur pani pikar nirwah kar le, dharati par ghas
fus bichhakar so le aur
fate
purane tukde
tukde hue vrikshon ki chhal ko o. dhakar sharir ko dhak le, parantu
dhanahin hone ki dasha men apane snbandhiyon ke sath kabhi na rahe, kyonki isase use apaman
aur upeksha ka jo kadawa ghunta pina padata hai, vah sarvatha asahya hota hai .
thoughts
of chanakya
jis manushya ki man lakshmi ke saman hai, pita vishnu ke saman hai aur bhai
bandhu
vishnu ke bhakt hai, usake lie apana ghar hi tinon lokon ke saman hai .
thoughts of
chanakya
jis vyakti ke pas buddhi hoti hai, bal bhi bhi usi ke pas hota hai . buddhihin ka
to bal bhi nirarthak hai, kyonki buddhi ke bal par hi usaka prayog kar sakata hai anyatha
nahin . buddhi ke bal par hi ek buddhiman kharagosh ne ahnkari sinh ko van ke kuen men
girakar mar dala tha .
thoughts of chanakya
dan dene ki adat, priya bolana, dhiraj tatha uchit jnan
ye char vyakti ke sahaj gun
hain ; jo abhyas se nahin ate .
thoughts of chanakya
jaise surapatra agni men jalane par bhi shuddh nahin hota . isi prakar jisake man men
mail ho, vah dusht chahe saikdon tirth
snan ka le, kabhi shuddh nahin hota .
chanakya niti quotation
kam, krodh, lobh, swad, shringar, kautuk, adhik sona, adhik sewa karana, in ath kamon
ko vidyarthi chhoda de .
chanakya niti quotation
satya meri mata hai, jnan pita hai, bhai dharm hai, daya mitra hai, shanti patni hai
tatha kshama putra hai, ye chhh hi meri sage- sambandhi hain .
chanakya niti
quotation
anya vyaktiyon ki striyon ko mata ke saman samajhe, dusaren ke dhan par nazar na rakhe,
use paraya samajhe aur sabhi logon ko apani tarah hi samajhe .
chanakya niti quotation
ek-ek bund dalane se kramashh ghada bhar jata hai . isi tarah vidya, dharm aur dhan ka bhi
snchaya karana chahie .
chanakya niti quotes
biti bat par duhkh nahin karana chahie . bhavishya ke vishaya men bhi nahin sochana chahie .
buddhiman log vartaman samaya ke anusar hi chalate haiai .
chanakya niti quotes
devata, sajjan aur pita swabhav se, bhai- bandhu snan- pan se tatha vidwan wani se
prasann hote hain .
chanakya niti quotes
jise kisi ke prati prem hota hai use usi se bhaya bhi hota hai, priti duhkho ka
adhar hai . sneh hi sare duhkho ka mul hai, ath sneh- bandhanon ko todakar sukhapurvak
rahana chahie .
chanakya niti quotes
jo vyakti bhavishya men anewali vipatti ke prati jagaruk rahata hai aur jisaki buddhi
tez hoti hai, aisa hi vyakti sukhi rahata hai . isake viparit bhagya ke bharose baitha
rahanewala vyakti nasht ho jata hai .
chanakya niti quotes
jo manushya apane jivan men koi bhi achchha kam nahin karata, aisa dharmahin manushya zinda
rahate hue bhi mare ke saman hai . jo manushya apane jivan men logon ki bhalai karata hai aur
dharm snchaya kar ke mar jata hai, ve mrityu ke bad bhi yash se lambe samaya tak jivit rahata
hai .
chanakya niti quotes
dharm, arth, kam tatha moksh men se jis vyakti ko ek bhi nahin pata, usaka jivan
bakari ke gale ke sthan ke saman vyarth hai .
chanakya niti quotes
dusht vyakti dusare ki unnati ko dekhakar jalata hai vah swayn unnati nahin kar sakata .
isalie vah ninda karane lagata hai
chanakya quotes for studenta
buraiyon men man ko lagana hi bandhan hai aur inase man ko hata lena hi moksh ka marg
dikhata hai . is prakar yah man hi bandhan ya moksh denewala hai
chanakya quotes for
studenta
paramatma ka jnan ho jane par deh ka abhiman gal jata hai . tab man jahan bhi jata hai,
use vahin samadhi lag jati hai .
chanakya quotes for studenta
man ke chahe sare sukh kise mile hain . kyunki sab kuchh bhagya ke adhin hai . ath
santosh karana chahie .
chanakya quotes for studenta
jaise hajaron gayon men bhi bachhara apani hi man ke pas jata hai, usi tarah kiya hua
karm karta ke pichhe-pichhe jata hai .
chanakya quotes for studenta
jisaka chitt sthir nahin hota, us vyakti ko na to logon ke bich men sukh milata hai
aur na van men hi . logo ke bich men rahane par unaka sath jalata hai tatha van men akelapan
jalata hai .
chanakya quotes for studenta
jaise favde se khodakar bhumi se jal nikala jata hai, isi prakar sewa karanewala
vidyarthi guru se vidya prapta karata hai .
chanakya quotes for studenta
anaj, pani aur sabake sath madhur bolana
ye tin chijen hi prithwi ke sachche ratna hain .
hire jawaharat adi patthar ke tukde hi to hain . inhen ratna kahana keval murkhata hai .
chanakya quotes for studenta
nirdhanata, rog, duhkh, bandhan, aur buri adaten sab-kuchh manushya ke karmo ke hi fal hote
hain . jo jaisa bota hai, use vaisa hi fal bhi milata hai, isalie sada achchhe karm karane
chahie .
chanakya quotes on love
shatru chahe kitana balawan ho; yadi anek chhote-chhote vyakti bhi milakar usaka samana kare
to use hara dete hain . chhote-chhote tinaken se bana hua chhapar musaladhar barasati hui varsha
ko bhi rok deta hai . wastav men ekata men badi bhari shakti hai .
chanakya quotes
on love
dushton ka sath chhoda do, sajjanon ka sath karo, rat-din achchhe kam karo tatha sada ishwar
ko yad karo . yahi manav ka dharm hai .
chanakya quotes on love
jal men tel, dusht se kahi gai bat, yogya vyakti ko diya gaya dan tatha buddhiman
ko diya jnan thoda sa hone par bhi apane- ap vistar prapta kar lete hain .
chanakya quotes on love
galati karane par jo pachhatawa hota hai, yadi aisi mati galati karane se pahale hi a jae, to bhala
kaun unnati nahin karega aur kise pachhatana padega ?
chanakya quotes on love
manav-matra men kibhi bhi ahnkar ki bhavana nahin rahani chahie balki manav ko dan, tap,
shurata, vidwata, shushilata aur nitinipurnata ka kabhi ahnkar nahin karana chahie . yah
ahnkar hi manav matra ke duhkh ka karan banata hai aur use le dubata hai .
chanakya
quotes on love
jo vyakti hridaya men rahata hai, vah dur hone par bhi dur nahin hai . jo hridaya men nahin
rahata vah samip rahane par bhi dur hai .
chanakya quotes on politics
kisi sabha men kab kya bolana chahie, kisase prem karana chahie tatha kahan par kitana
krodh karana chahie jo in sab baton ko janata hai, use pandit arthat jnani vyakti
kaha jata hai .
chanakya quotes on politics
koyal tab tak maun rahakar dinon ko bitati hai, jab tak ki usaki madhur wani nahin fut padati
. yah wani sabhi ko anand deti hai . ath jab bhi bole, madhur bolo . kadawa bolane se chup
rahana hi behatar hai .
chanakya quotes on politics
jis manushya ka hridaya sabhi praniyon ke lie daya se dravibhut ho jata hai, use jnan,
moksh, jata, bhashm
lepan adi se kya lena .
chanakya quotes on politics
jo guru ek akshar ka bhi jnan karata hai, usake rrin se mukt hone ke lie, use dene
yogya prithwi men koi padarth nahin hai .
chanakya quotes on politics
lakshmi vaise hi chnchal hoti hai parantu chori, jua, anyaya aur dhokha dekar kamaya hua
dhan bhi sthir nahin rahata, vah bahut shighr hi nasht ho jata hai . ath vyakti ko kabhi
anyaya se dhan ke arjan men pravritt nahin hona chahie .
chanakya quotes on
politics
shashtra anek hain, vidyaen anek hain, kintu manushya ka jivan bahut chhota hai, usamen
bhi anek vighn hain . isalie jaise hns mile hue dudh aur pani men se dudh pi leta hai
aur pani ko chhoda deta hai usi tarah kam ki baten grahan kar lo tatha baki chhoda do
chanakya quotes on politics
sone ki hirani na to kisi ne banayi, na kisi ne ise dekha aur na yah sunane men hi ata
hai ki hirani sone ka bhi hoti hai . fir bhi raghunandan ki trishna dekhiye ! wastav men
vinash ka samaya ane par buddhi viparit ho jati hai .
chanakya quotes in hindi
gunon se hi manushya bada banata hai, na ki kisi unche sthan par baith jane se . rajamahal
ke shikhar par baith jane par bhi kaua garuda nahin banata .
chanakya quotes in hindi
madhur vachan bolana, dan ke saman hai . isase sabhi manushyon ko anand milata hai . ath
madhur hi bolana chahie . bolane men kaisi garibi !
chanakya quotes in hindi
jo vidya pustak men hi hai, aur jo dhan dusare ko hath men chala gaya hai, ye donon
chijen samaya par kam nahin atin .
chanakya quotes in hindi
upakari ke sath upakar, hinsak ke sath pratihinsa karani chahie tatha dusht ke sath
dushtata ka hi vyavahar karana chahie . isamen koi dosh nahin hai .
chanakya kots in
hindi
koi vastu chahe kitani hi dur kyon na ho, usaka milana kitana hi kathin kyon na ho,
aur vah pahuchn se bahar kyon na ho, kathin tapasya arthat parishram se use bhi prapta
kiya ja sakata hai . parishram sabase shaktishali vastu hai .
chanakya kots in hindi
ann aur jal ke dan ke saman koi nahin haidwadashi ke saman koi tithi nahin hai .
gayatri se ba. dhakar koi mantra nahin hai . man se ba. dhakar koi devata nahin hai .
chanakya
kots in hindi
dan se hi hathon ki sundarata hai, na ki kngan pahanane se, sharir snan se hi shuddh
hota hai na ki chandan ka lep lagane se, tripti man se hota hai, na ki bhojan se, moksh
jnan se milata hai, na ki shrringar se .
chanakya kots in hindi