mere alfaaz
mere alfaaz me apko dard ka ehsas hoga us dard ko shayari ke madhyamam se baya kiya ja raha hai aap mere shayari ko pade or apni pratikriya de
हाथ में हाथ लेके चल फ़िर से!
दुबारा बात मत बदल फ़िर से!
दोस्ती का ये सिलसिला अपना
दूर तक साथ लेके चल फ़िर से!
कोई खत मेरे नाम भी लिख देना
मुद्दत हुई किसी ने मुझे अपना नहीं कहा
कोई किसी न किसी का हो ही जाता है
अफसोस मेरे लिये एक आंसू भी न बहा
अधूरे मिलन की आस है ये ज़िन्दगी,
हँसी और ग़म का एहसास है ये ज़िन्दगी,
कभी वक़्त मिले तो आना आशियाने में,
तुम्हारे बिना बहुत उदास है ये ज़िन्दगी।
मोहब्बत था तो खुद पर ऐतबार कर लेते
मेरे आने तक इंतजार कर लेते
आप तो अक्सर कहते थे कि हर शाम मिला करेंगे
अब बता दो मिलोगे या आपके घड़ी में शाम नहीं होती
मैं भटकी हूँ खोज सकते हो क्या
मैं उलझी हूँ सुलझा सकते हो क्या
मेरी संगत नहीं तेरा सोच खराब हैं
मेरी सोच नहीं तेरा नीयत खराब हैं
टूट गया ये दिल जब किसी और के हो गए
महसूस तब हुआ जब हमसे जुदा हो गए
तुम वादा करो हमें भुलाओगे नहीं
हालात जो रहें हमें रूलाओगे नहीं